“सूर्य नमस्कार” के लाभ: रोज़ करें और रहें स्वस्थ

स्वामी विवेकानंद जयंती के दिन हर साल 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) मनाया जाता है.इस वर्ष भी मध्य प्रदेश के सभी स्कूलों में हर साल की तरह मेसामूहिक सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar) का आयोजन होगा. इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और स्कूल शिक्षा मंत्री (School Education Minister) उदय प्रताप सिंह विद्यार्थियों संग सूर्य नमस्कार करने मे हिस्सा लेंगे तब आइए जानते है सूर्य नमस्कार का महत्व –

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सूर्य नमस्कार का महत्व

सूर्य नमस्कार, जिसे हम आजकल योग का हिस्सा मानते हैं, विश्वभर में सुप्रभात का आदान-प्रदान है। इस अद्वितीय योग क्रम से जुड़े हुए हैं 12 आसनों के क्रम में, जिनमें से हर एक आसन का अपना महत्व है। हम जानेंगे कि सूर्य नमस्कार को रोज़ाना क्यों करना चाहिए और इससे होने वाले फायदे।

सूर्य नमस्कार करने का तरीका

पहले हम यह समझें कि सूर्य नमस्कार कैसे किया जाता है। इसमें कुल 8 आसन हैं, जिन्हें दोनों पक्षों के लिए 12 कदमों में बांटा गया है। सूर्य नमस्कार का एक पूरा साइकिल होता है जब आप दोनों पक्षों को कवर करते हैं, और इसमें कुल 24 कदम होते हैं। प्रत्येक आसन के साथ एक विशिष्ट श्वास संबंधित होता है, और इसे 24 कदमों के सूर्य सल्यूटेशन के दौरान फॉलो किया जाना चाहिए।

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सूर्य नमस्कार के फायदे

वजन कम करने मे लाभदायक

सूर्य नमस्कार का अभ्यास वजन कम करने में सहायक है, खासकर पेट की चर्बी को कम करने में। इससे शारीरिक और मानसिक बल में सुधार होता है और आपको शांति की अनुभूति होती है।

शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य मे लाभ

सूर्य नमस्कार से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होती है, जैसे कि मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूती मिलती है। इसके अभ्यास से मानसिक स्थिति में भी सुधार होता है और तन, मन, और आत्मा के बीच गहरा संबंध बनता है।

आयुर्वेद के अनुसार उपयुक्त

आयुर्वेद में सूर्य नमस्कार को महत्वपूर्ण माना गया है जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।

सुन्दर त्वचा को बढ़ावा

सूर्य नमस्कार के अभ्यास से त्वचा की सुधार होती है और चेहरे पर निखार आता है। यह अच्छे पाचन के साथ साथ त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

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वजन प्रबंधन

सूर्य नमस्कार को नियमित रूप से करने से वजन प्रबंधन में सहायक होता है, क्योंकि यह एक समृद्धिपूर्ण व्यायाम है जो कैलोरी जलाता है, मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है, और पाचन को सुधारता है। स्वस्थ आहार के साथ मिलाकर, इससे अधिशेष वजन को कम करने में मदद मिलती है।

मानसिक शांति और ध्यान

सूर्य नमस्कार का अभ्यास मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इसमें श्वास और आसनों के साथ मन को शांति प्राप्त होती है, जिससे स्ट्रेस कम होता है और ध्यान की स्थिति में सुधार होता है।

श्वासनल प्रणाली का सुधार

सूर्य नमस्कार नियमित अभ्यास से श्वासनल प्रणाली में सुधार होता है जिससे श्वास क्षमता में वृद्धि होती है और श्वास को आसानी से लिया जा सकता है।

पाचन को सुधारता है

सूर्य नमस्कार से पाचन प्रणाली में सुधार होता है, जिससे आहार अच्छे से पच जाता है और कब्ज की समस्याएं कम हो जाती हैं।

स्ट्रेस कम करता है

सूर्य नमस्कार योग क्रिया मानसिक चिंता और तनाव को कम करने में मदद करती है। नियमित अभ्यास से यह ध्यान की स्थिति में सुधार होता है और मन को शांति मिलती है।

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सूर्य नमस्कार से महिलाओ को होगा फायदा

A. हॉर्मोनल बैलेंस: सूर्य नमस्कार का नियमित अभ्यास करने से महिलाओं के हॉर्मोन्स पर सकारात्मक प्रभाव होता है, जिससे एंडोक्राइन सिस्टम सुधारित होता है और हॉर्मोन्स का सही स्तर बना रहता है।

B. मासिक स्वास्थ्य: सूर्य नमस्कार से महिलाओं की मेंस्ट्रुअल साइकिल में सुधार हो सकती है और अनियमित मासिक धर्म से छुटकारा मिल सकता है।

C. बॉडी फिटनेस: इस योग क्रिया से महिलाएं अपनी बॉडी को स्वस्थ और लचीला बना सकती हैं, जिससे शारीरिक तंदुरुस्ती में सुधार होता है।

D. स्ट्रेस निवारण: सूर्य नमस्कार में ध्यानपूर्वक श्वास के साथ ही आत्मा की शांति मिलती है, जिससे मानसिक तनाव को कम करने में मदद होती है।

E. पाचन और वजन प्रबंधन: सूर्य नमस्कार से पाचन सुधारता है और वजन को नियंत्रित रखने में मदद करता है, जो महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।

सूर्य नमस्कार एक समृद्धिपूर्ण योग क्रिया है जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकती है। इसे नियमित रूप से करके हम अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में मोड़ सकते हैं और स्वस्थ जीवन का आनंद उठा सकते हैं।

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