क्रिकेट में स्टार बैटमैन रोहित शर्मा की वापसी के मौके पर हुआ एक घड़ला, जब उन्होंने शुभमन गिल के साथ एक रन-आउट में फंसे रहने का अनुभव किया। यह उनके लिए एक भूलभुलैया साबित हुआ, जब वह 14 महीने के बाद टीम इंडिया के कप्तान के रूप में पहली बार T20I में उतरे।
मोहाली में हुई अफगानिस्तान के खिलाफ पहले टी20 मैच में रोहित के लिए काफी उम्मीदें थीं, जब वे एक दुखद विश्व कप 2022 के बाद पहली बार बैटिंग करने निकले। विराट कोहली की अनुपस्थिति में उन्होंने विराट की अनुपस्थिति में टीम का कमाल दिखाने का दावा किया और अपने साथी शुभमन गिल के साथ मैच की शुरुआत की।
विराट कोहली की अनुपस्थिति में टीम का कमाल दिखाने के लिए बाहर निकलने के बाद, रोहित ने दूसरे ओवर के शुरुआत में एक डॉट बॉल खेलने के बाद मिड-ऑफ इलाके की ओर बॉल को मारा। गेम के गैलरी के पास कोई नहीं था, लेकिन गिल ने रोहित के लिए तेजी से एक रन लेने के लिए कोई ध्यान नहीं दिया। गिल ने रोहित को वापस भेजने की कोशिश की, लेकिन भारतीय ओपनर तेजी से एक रन पूरा करने के लिए दौड़ चुके थे। इसके बाद हुआ वह कुछ ऐसा, जिसके बाद रोहित ने गिल पर क्रोधित होकर चिढ़ा दिया।
मैच के बाद पोस्ट-मैच समारोह में बातचीत करते हुए, जब रोहित से सीरीज ओपनर शुभमन गिल के साथ हुए साइकिलिंग गड़बड़ पर पूछा गया तो रोहित मुस्कराए, “ये चीजें होती हैं (रन-आउट पर)। जब यह होता है, आपको आक्रामक होता है, आप टीम के लिए रन बनाना चाहते हैं। सब कुछ आपके रुख में नहीं जाएगा। हमने गेम जीता, यह अधिक महत्वपूर्ण है। मुझे चाहिए था कि गिल आगे बढ़े, दुर्भाग्यवश वह एक बहुत अच्छे से खेले हुए आउट हो गए,” रोहित ने कहा।
यात्रा के बाद भी जीत की मिठास
मैच के सीरीज ओपनर के रूप में उतरने के बाद रोहित शर्मा के लिए यह मैच एक सीधी सीधी जीत की नहीं थी, लेकिन टीम इंडिया ने खुद को फिर से साबित किया कि वह किसी भी स्थिति में आगे बढ़ सकती है।
रोहित शर्मा ने मैच के बाद गिल के साथ की गई वह दुर्घटना पर बातचीत के दौरान कहा, “ये चीजें क्रिकेट में हो जाती हैं। जब आप फील्ड में होते हैं, तो कभी-कभी आपको ऐसी कड़ी मुहर मिलती है और आप चाहते हैं कि आपकी टीम आगे बढ़े। हम जीते हैं, यही सबसे महत्वपूर्ण है।”
शिवम दुबे की चमक
अपने पहले गेम में रोहित शर्मा के लिए यह अच्छी बातें नहीं थीं, लेकिन टीम इंडिया ने इसे एक प्रगाढ़ जीत में बदल दिया। इसमें शिवम दुबे ने बड़ी भूमिका निभाई, जब उन्होंने 40 गेंदों में 60 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने टीम को 159 रनों के लक्ष्य को 17.3 ओवरों में पूरा करने में मदद की।
मैच के बाद, जब रोहित से शिवम दुबे के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “बहुत सारे सकारात्मक बातें। शिवम दुबे, जितेश ने कैसे बैट किया, तिलक भी और फिर रिंकु भी अच्छे फॉर्म में हैं। हम विभिन्न चीजें प्रयास करना चाहते हैं – अपने गेम के बोलर्स को खेल के विभिन्न स्थितियों में प्रयोग करने की कोशिश करना चाहते हैं, जैसा कि आपने आज देखा, वाशी ने 19वें ओवर बॉल किया। हम अपनी असुविधाओं में खुद को चुनौती देना चाहते हैं और गेम के खिलाड़ी उसके अच्छे तरीके से अभ्यस्त नहीं हैं। हम उसे करने की कोशिश करेंगे। इसे स्थान की खेल की कीमत पर नहीं, लेकिन खेल की कीमत के बिना है।”
आगे की योजना
रोहित ने टीम के प्रदर्शन की बहुत सारी सकारात्मक बातें चर्चा की, जिसमें उन्होंने जितेश शर्मा, तिलक वर्मा, और रिंकु सिंह की भी प्रशंसा की। उन्होंने टीम की रणनीति को विवेचना की और बताया कि वह अलग-अलग परिस्थितियों में बोलर्स को
प्रयोग करने का प्रयास कर रहे हैं।
रोहित ने इस पर चर्चा करते हुए कहा, “हम खुद को विभिन्न चीजें प्रयास करने की कोशिश कर रहे हैं – अपने गेम के बोलर्स को खेल के विभिन्न स्थितियों में प्रयोग करने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ते हुए कहा, “हम अपनी असुविधाओं में खुद को चुनौती देना चाहते हैं और गेम के खिलाड़ी उसके अच्छे तरीके से अभ्यस्त नहीं हैं।”
मैच जीतने का अध्यात्म
यह आंगनबाड़ी में हुआ मैच जीतने का अध्यात्म है। रोहित के संयम और दुबे के ब्यान के बावजूद, टीम इंडिया ने अफगानिस्तान को पराजित करके सीरीज की शुरुआत में पहली कदम रखा है। गिल के साथ के रन-आउट के बावजूद, टीम की एकता और नए प्लेयर्स के बेहतरीन प्रदर्शन ने टीम को जीत की राहों पर लाया है।
निष्कर्ष
इस मैच की रिकैप से स्पष्ट हो रहा है कि रोहित शर्मा की फॉर्म में वापसी और उनकी नेतृत्व क्षमता में कोई कमी नहीं है। यह मैच एक अच्छे रणनीतिक प्रदर्शन और युवा खिलाड़ियों की प्रशिक्षण की अच्छी उदाहरण थी।
रोहित शर्मा ने स्वयं को रन-आउट के बाद किए गए क्रोध प्रकट करते हुए भी जीत की महत्ता को सामने रखते हुए कहा, “हमने गेम जीता, यह अधिक महत्वपूर्ण है।” इससे यह साबित होता है कि उनकी नेतृत्व क्षमता और टीम की एकता महत्वपूर्ण हैं और वे अपनी टीम को यूथफुल और डायनामिक दिशा में आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से समर्थ हैं।
इस तरह का संयोजन और टीम की संघटन ने दर्शाया है कि यह टीम नहीं सिर्फ अपनी तकनीकी क्षमताओं में मजबूत है, बल्कि वह सामूहिक रूप से भी मजबूत है। इस जीत के बाद, रोहित शर्मा की टीम ने अपने साथी खिलाड़ियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने का भी प्रदर्शन किया है। उन्होंने शुभमन गिल के साथ हुए रन-आउट के बाद भी वातावरण को शांत रखकर मैच के दौरान बड़ा दिल दिखाया।
इस जीत के साथ, टीम इंडिया ने नए साल की शुरुआत में एक प्रेरणास्त्रोत प्रदान किया है। रोहित शर्मा की नेतृत्व क्षमता, खिलाड़ियों की सामूहिक एकता और युवा प्रतिभाओं का प्रकटीकरण इस मैच के माध्यम से उजागर हुआ है।
इस मैच की जीत ने टीम इंडिया की सामरिक और मानसिक तैयारी को आत्मविश्वास से भर दिया है और उन्हें आगे की सीजन में और भी उत्कृष्टता की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।