फ्लूइड रेटेंशन: सुहानी भटनागर की मृत्यु के पीछे एक अद्भुत रहस्य

सुहानी भटनागर, जिन्होंने ‘दंगल’ में आमिर खान की बेटी का किरदार निभाया था, की मृत्यु ने देश को गहरे शोक में डाल दिया। उनकी निधन का कारण, एक गंभीर घायली के बाद लैग फ्रैक्चर के इलाज के दौरान उनके शरीर में फ्लूइड रेटेंशन का उत्पन्न होना बताया जा रहा है।

**फ्लूइड रेटेंशन क्या है?**

फ्लूइड रेटेंशन, जिसे ओदेमा भी कहा जाता है, शरीर के विभिन्न हिस्सों में सूजन को कहते हैं। शरीर के अंगों में लैंग्विड इकट्ठा होने से यह स्थिति उत्पन्न होती है। यह तब होता है जब रक्त से शरीर के ऊतकों में तरल पदार्थ (लिम्फ) निकालने के लिए नस्टीबूलों में लैंग्विड निकासी नहीं हो पाती है।

**फ्लूइड रेटेंशन के कारण**

फ्लूइड रेटेंशन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:- गर्मी के मौसम में शरीर के तरल पदार्थों के उत्सर्जन में कमी- खान-पान में अधिक नमक का सेवन- मासिक धर्म के समय हार्मोनल परिवर्तन- गर्भावस्था के दौरान हार्मोनों का प्रभाव

**सुहानी भटनागर की मृत्यु का कारण?? **

सुहानी भटनागर की मृत्यु के पीछे एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसे के बाद उनकी लैंग फ्रैक्चर के इलाज में उत्पन्न फ्लूइड रेटेंशन का होना संभावना है। उन्हें शरीर में तरल पदार्थ जमा होने की समस्या थी, जिसके कारण उन्हें इलाज की आवश्यकता पड़ी।

**निम्नलिखित दवाओं का उपयोग फ्लूइड रेटेंशन के संभावित कारणों

म शामिल हो सकता है:

  1. गैर-स्टेरॉयडल एंटी-इन्फ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs): आईबुप्रोफेन और नाप्रोक्सेन जैसी NSAIDs, जो दर्द निवारण के लिए सामान्यतः उपयोग की जाती हैं, लंबे समय तक या अधिक मात्रा में उपयोग करने पर फ्लूइड रेटेंशन का कारण बन सकती हैं।
  2. कॉर्टिकोस्टेरॉयड्स: प्रेडनिसोन जैसे स्टेरॉयड्स, जो गठिया या दमा जैसी जलवायुजनित स्थितियों के इलाज के लिए सामान्यतः निर्धारित किए जाते हैं, लंबे समय तक उपयोग करने पर फ्लूइड रेटेंशन का कारण बन सकते हैं।
  3. कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स: उच्च रक्तचाप और कुछ हृदय संबंधित स्थितियों के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली इन दवाओं से पेरिफेरल ओदेमा (पैरों और टखनों में सूजन) हो सकती है।
  4. थायजोलिडिनेडिओंस (TZDs): टाइप 2 मधुमेह का इलाज करने के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं से फ्लूइड रेटेंशन और ओदेमा हो सकता है।
  5. हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT): मेनोपॉज़ल लक्षणों या हार्मोनल असंतुलन के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली एस्ट्रोजन-संबंधित दवाओं से कई व्यक्तियों में फ्लूइड रेटेंशन हो सकता है।
  6. कुछ एंटीडिप्रेसेंट्स: कुछ एंटीडिप्रेसेंट्स, विशेष रूप से ट्राईसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट्स और मोनोआमाइन ऑक्सीडेज इन्हिबिटर्स (MAOIs), फ्लूइड रेटेंशन का कारण बन सकते हैं।
  7. मौखिक गर्भनिरोधक: कुछ बर्थ कंट्रोल पिल्स, विशेष रूप से जिनमें अधिक एस्ट्रोजन होता है, कुछ व्यक्तियों में फ्लूइड रेटेंशन का कारण बन सकते हैं।

यह ध्यान देने योग्य है कि हर किसी को इन दवाओं के सेवन से फ्लूइड रेटेंशन की समस्या नहीं होगी, और खतरा व्यक्ति से व्यक्ति भिन्न होता है। यदि आपको किसी भी दवा के साथ फ्लूइड रेटेंशन का साइड इफेक्ट होने की चिंता है, तो अपने चिकित्सक से संपर्क करें।

(all image credit – bhatnagarsuhani instagram account)


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